अपने 24 वर्ष के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर के दौरान सचिन तेंदुलकर ने कई सारे विश्व रिकॉर्ड ही नहीं बनाए बल्कि अपने सरल स्वभाव और विनम्रता की वजह से कई सारे खिलाड़ियों और दर्शकों का मन भी जीता है. उनका अपने खेल के प्रति प्यार और हर दिन कुछ नया सीखने की इच्छा उन्हें दूसरे खिलाड़ियों से एकदम अलग बना देती है.
बात उस समय की है जब ऑस्ट्रेलिया की टीम में ब्रेड हॉक नामक एक गेंदबाज शामिल हुआ था. उसने अपने शुरुआती मैच में ही सचिन तेंदुलकर का बहुमूल्य विकेट प्राप्त करा था. स्वाभाविक है सचिन तेंदुलकर का विकेट पाने के बाद के बाद वह काफी उत्साहित था. उसे दिन का खेल खत्म होने के बाद ब्रेड हॉक बाल को सचिन तेंदुलकर के पास लेकर उनके ऑटोग्राफ मांगने आए.
सचिन तेंदुलकर ने बड़ी खुशी से उन्हें ऑटोग्राफ दिया और उस पर लिखा कि, “मेरा विकेट लेने की खुशी तुम्हें इसके बाद कभी नहीं मिलेगी.”
और वास्तव में हुआ भी ठीक ऐसा ही, बाद में सचिन तेंदुलकर और ब्रेड हॉक कई बार आमने-सामने हुए लेकिन एक बार भी ब्रेड हॉक ने सचिन तेंदुलकर का विकेट नहीं ले पाए.
जो व्यक्ति अपने कार्य क्षेत्र में पूरे समर्पण और एकाग्रता के साथ परिश्रम करता है उसे सहज ही असाधारण साधारण सफलता प्राप्त होती है.