एक सामान्य व्यक्ति 1 दिन में लगभग 45 मिनट से लेकर 90 मिनट तक इंतजार करने में में नष्ट कर देता है. यह इंतजार दो मीटिंग को के बीच का हो सकता है, किसी ने आपको अपॉइंटमेंट दिया और वह अपॉइंटमेंट समय पर शुरू नहीं हुआ या फिर आपकी बस या ट्रेन निर्धारित समय से देरी से चल रही है.
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आपकी यह आदत भविष्य में टेक्नोलॉजी को भी पछाड़ देगी
कारण कुछ भी हो, इस आकलन से हम साल के लगभग 540 घंटे या फिर 3 सप्ताह से कुछ और ऊपर समय ऐसी बातों पर नष्ट कर देते हैं जिसका हमारे पास कोई लेखा-जोखा नहीं होता. अगर आप किसी सफल व्यक्ति से उसकी सफलता का राज पूछेंगे तो हर व्यक्ति की अपनी-अपनी राय होगी परंतु – एक क्वालिटी जिस पर वे सभी सहमत होंगे वह निश्चित रूप से टाइम मैनेजमेंट की होगी.
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भविष्य में जहां टेक्नोलॉजी का उपयोग बहुत बढ़ जाएगा वहां कंपटीशन में उभरने के लिए आपको व्यक्तिगत स्तर पर भी एक अनुशासित, लक्ष्य प्रधान और शीघ्र निर्णय लेने वाले बनना होगा. और इसी कड़ी के अंदर ही एक उत्तम टाइम मैनेजमेंट आपको आप के संगी साथियों से ऊपर लाकर रख देगा.
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सफलता के मायने यह नहीं कि आप किसी देश के राष्ट्रपति या किसी देश के प्रधानमंत्री या करोड़ों का मुनाफा कमाने वाले उद्योगपति बने. हमारी रोजमर्रा की जिंदगी को जीने के लिए भी एक कुशल टाइम मैनेजर बनना होगा. जो टाइम आप निरर्थक इंतजार में गुजारते हैं अगर वह किसी तरह से हम हमारे उपयोग में ला सके तो 1 दिन में काफी काम कर सकते हैं.
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सबसे पहले आपको एक मानसिक सूची तैयार करनी होगी जिसमें आप अधूरे कामों को क्रम वर्ष लिखेंगे उदाहरण के लिए – आपको आपके दोस्त को बर्थडे के लिए विश करना है जिसके लिए आपको लगेंगे, नए साल में अपने आपको प्रॉमिस किया था कि आप हर दिन दो पन्ने एक अच्छी बेस्ट सेलर बुक से पड़ेंगे जिसमें आपको 10 मिनट लग सकते हैं, आप अपने आप को सेहतमंद रखने के लिए हर दिन ब्रिस्क वॉक करना चाहते हैं जिसके लिए आपको 20 से 25 मिनट लगेंगे और या फिर आप हर दिन 2 नए शब्द याद करना चाहते हैं जिसे आप अब यूज कर सके आपको 5 मिनट लग सकते हैं.
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अगली बार जब आप देखें कि आप किसी का इंतजार कर रहे हैं या समय किसी और की वजह से नष्ट हो रहा है तभी आप अपनी मानसिक सूची पर नजर डालें उपलब्ध समय में कौन-कौन से कार्य कर सकते हैं से तुरंत करना शुरू कर दीजिए. ऐसा करने पर आपको सकारात्मक उर्जा भी मिलेगी और आप समय को नष्ट होने से बचा पाएंगे. क्योंकि जब भी आप एक काम संपादित करते हो तो आपका विश्वास बढ़ाता है और यही छोटा-छोटा विश्वास बढ़कर आप एक बड़ा कार्य करने में भी सफल होते हो.