ब्रूस ली दुनिया के सर्वश्रेष्ठ मार्शल आर्ट फाइटर में से एक है. उनकी असीम क्षमताओं और दृढ़ निश्चय की वजह से उनके सामने बड़े से बड़े फाइटर भी ज्यादा देर तक टिक नहीं पाते थे.
जहां वह शारीरिक रूप से ताकतवर थे वहीं दूसरी ओर वह मानसिक रूप से स्थिर, सौम्या और विचारों पर नियंत्रण रखना वाले थे. वह हमेशा अपने आप को आंतरिक रूप से प्रोत्साहित करते थे.
एक बार किसी ने उनसे मजाक में पूछा कि,” ब्रूस ली आप एक दिन में कितने पुशअप्स लगते हो?” इसका जवाब जो ब्रूस ली ने दिया उसने वहां पर सभी लोगों को चौंका दिया. ब्रूस ली ने बड़ा सोच समझकर कहा, “महोदय मैं दिन में एक भी पुशअप्स नहीं लगा पता.”
यह सुनकर सभी लोग हंसने लगे और मजाक में उनकी टांग खींचने लगे. लोगों ने कहा, “आप दुनिया के सर्वश्रेष्ठ मार्शल आर्टिस्ट और आप एक भी पुश अप नहीं लगते ऐसा हो ही नहीं सकता.”
इस पर ब्रूस ली ने दोबारा से कहा कि, “मैं पुशअप तभी ही गिरना शुरू करता हूं तब पुश अप करते-करते थक जाता हूं. लेकिन संजोग की बात तो यह है कि मैं पुशअप्स करते हुए थकता ही नहीं इसलिए मैं गिनती में आगे बढ़ ही नहीं पता. क्योंकि मैं सही पुशअप उसको ही मानता हूं जिसको करने से मेरे शरीर की क्षमता बढ़ सके.”
ब्रूस ली का उत्तर सुनकर सभी लोग वहां स्तब्ध रह गए. लोगों ने बड़े आसानी से समझ लिया कि उनकी महानता का राज क्या है.
साथियों अगर हमें भी साधारण स्तर की योग्यता प्राप्त करनी है तो हमें हमारे कर्म से इतना प्यार होना चाहिए कि हम उसको करते हुए कभी थके नहीं, वर्णन दुगने उत्साह के साथ मेहनत करने में जुटे रहना चाहिए.