कॉल बेंज को टू स्ट्रोक इंटरनल कंबशन इंजन का इन्वेंटर माना जाता है. और यही है आधुनिक मर्सिडीज़-बेंज़ के फाउंडर.
इनकी कहानी जितनी सफलता से भरी हुई है उतनी ही परेशानियों से भी.
मात्र 2 साल की आयु में ही उनके पिताजी शांत हो गए उनके माता ने इन्हें बड़ी मुश्किल से बड़ा कर व्यापार के लिए तैयार किया. जैसे तैसे व्यापार चलने लगा तब ही उनके बिजनेस पार्टनर ने इन्हें धोखा दे दिया. इतना ही नहीं जब दोबारा हिम्मत करके इन्होंने प्लांट शुरू कर तो वह प्लांट्स पर बम फेंक दिया गए.
लेकिन इसके विपरीत उनकी वाइफ ने जो भूमिका कॉल बेंज की सक्सेस के लिए करी उसे ऑटोमोबाइल की दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया जा सकता है.
बात उन दिनों की है जब कॉल भैंस बहुत ज्यादा परिश्रम करने के बाद भी अपनी गाड़ियां सेल नहीं कर पा रहे थे. लोगों को यह डर था कि यह गाड़ी किसी चीज से टकरा जाएगी या इसका एक्सीडेंट हो जाएगा या फिर उसके अंदर विस्फोट हो जाएगा.
तभी उनकी वाइफ ने एक अनूठा प्रयास किया उसने अपने दोनों बच्चों को लेकर उस गाड़ी में बैठकर 16 घंटे की यात्रा कर अपनी मां के पास पहुंची.
रास्ते में कुछ लोग उन्हें देख कर डर रहे थे तो कुछ आश्चर्य से मुंह खोल रहे थे या फिर कुछ लोग उनके पीछे दौड़ रहे थ. उन्हें आश्चर्य यह था कि यह गाड़ी बगैर घोड़े के चाल कैसे रही है. इसी यात्रा के दौरान उनकी पत्नी ने गाड़ी में कौन-कौन सी कमियां है यह भी जान लिया. उनके इस यात्रा ने कल बेंज की गाड़ी को बहुत ही पॉपुलर बना दिया था.
अब उन्होंने गाड़ी का प्रोडक्शन तेज कर दिया और लोग खरीदने लगे और अपने स्टेटस सिंबल भी मानने लगे.
यही कारण है आज तक मर्सिडीज़-बेंज इनोवेशन सेफ्टी एक्सीलेंस के लिए सबसे आगे हैं. यह मात्र गाड़ी न होकर एक स्टेटस सिंबल है, जो लोगों के सपनों की गाड़ी और सबसे ज्यादा चाहे जाने वाली गाड़ी भी है.