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एक सर्वे के अनुसार भारत के बड़े शहरों की परेशानियों की वजह से अब प्रोफेशनल ज्यादा सैलरी मिलने पर भी वहां नौकरी करने के लिए ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. वे बड़े शहरों के ट्रैवल टाइम, प्रदूषण, तेज रफ्तार की जिंदगी और एकांकी पन को स्ट्रेस का कारण बता रहे हैं.
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इस बदलती सोच का असर हमें कई जगह देखने मिल रहा है, एक और स्टडी के अनुसार लगभग 76% युवा पीढ़ी मल्टीनेशनल कंपनियों द्वारा दी गई ज्यादा सैलरी के बदले छोटे शहर में रहकर काम करना पसंद कर रही है.
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शहरों में भी इस समय नए फ्लैट्स को पर्याप्त खरीदार नहीं मिल रहे हैंजो कि कुछ ही वर्षों पूर्व छोटे शहर से आए युवा वर्ग इन्हीं फ्लैट को खरीद लिया करते थे. निश्चित रूप सेअब हमारी युवा पीढ़ी पैसे को छोड़कर वर्क-लाइफ-बैलेंस की तरफ मुड़ रही है.
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ऐसा माना जा रहा है किअगले 10 वर्षों मेंहमें लगभग 30 छोटे शहरों को वही सुविधाएं देनी है जो अभी बड़े शहरों में है क्योंकि बड़े शहर जैसे मुंबई, दिल्ली, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद अबऔर सकारात्मक विस्तारके लिए उपलब्ध नहीं हैऔर इसी के चलते गवर्नमेंट, बिजनेसमैन और मल्टीनैशनल कंपनीज छोटे शहरों में विस्तार कर रही है. हमें अगले 10 वर्षों में 15 नए एयरपोर्ट की भी आवश्यकता है जिससे व्यापार की गति को और बल मिलेगा.
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हर बदलाव जहां एक तरफ कुछ असुविधाएं निर्मित करता है वहीं दूसरी ओर कुछ विशेष अवसर भी प्रधान करता है. आज के युवा वर्ग को चाहिए कि वर्तमान में रहकर भविष्य की स्थितियों का अंदाज लगाएं और अपने बुद्धि के कौशल से भविष्य के अवसर को अपने लाभ के लिए प्रयोग करें.
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इस स्थिति में यह सुनहरा अवसर उन लोगों के लिए है जो छोटे शहर में रहकर ही उन्नति करना चाह रहे है. उदाहरण के लिए – यदि आप छोटे शहर में एक बिल्डर या कॉन्ट्रैक्टर हो तो अब आपका फोकस होना चाहिए कि वहां पर एक अच्छी क्वालिटी और आधुनिक सुविधा वाले फ्लैट बनाएं क्योंकि अब मल्टीनेशनल कंपनियां अपने एंप्लाइज की सुविधा का ध्यान रखकर बड़े शहरों से निकलकर अपने कंपनियों का विस्तार छोटे शहरों में शुरू करेगी और तब हमें एक अच्छे और सर्व सुविधा युक्त घरों की आवश्यकता होगी.
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यदि आप एक छोटे शहर में बिजनेसमैन हो तो आप शिक्षा के क्षेत्र में जैसे स्कूल, कॉलेज और प्रोफेशनल डिग्री के पाठ्यक्रम की सुविधाओं में निवेश कर लाभ कमा सकते हैं क्योंकि जब मल्टीनेशनल कंपनी छोटे शहरों में आएगी तब एंप्लाइज और उनके बच्चों को एक अच्छी शिक्षा देने के लिए अच्छे एजुकेशन इंस्टिट्यूट होना चाहिए. वर्तमान में खासकर छोटे शहरों में उच्च शिक्षा के अवसर अत्याधिक सीमित है इसलिए इसमें निवेश भी नहीं हो पा रहा है लेकिन भविष्य में इस क्षेत्र में अत्याधिक सफलता और अवसर है.
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इसी तरह की कई अवसर न्यू अंत्रप्रेनोर के लिए भी उपलब्ध हैजैसे आप अगर एक प्रोफेशनल और काबिल टीचर है तो आप के हुनर सेनए युवाओं जो कि छोटे शहर में रहेगीउनके लिए प्रोफेशनल कोर्सेजकी कोचिंग क्लास भी चला सकते हैं.
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अवसर अनंत है. अब प्रश्न यह उठता है कि क्या आप अपनी शक्तियों को एकत्रित कर भविष्य में जो कि आज से 1 या 2 या 5 साल में जो अवसर बनेगे तो क्या आप आज से उसके लिए तैयारी करने को तैयार हो?
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गूगल हो या ऐमेज़ॉन या माइक्रोसॉफ्ट या रिलायंस यह सभी कंपनियां आज बिलेनियर कंपनियां है लेकिन इनकी शुरुआत एक बहुत छोटे से बिजनेस से हुई लेकिन इन सभी बिजनेसेस की खूबी यही थी कि उन्होंने समय से पहले भविष्य में व्यवसाय और कस्टमर की जरूरतों को समझा और समय से पहले ही उन जरूरतों का उपाय सुचारू रूप से मार्केट में प्रदान किया.
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आज शायद इसी वजह से यह कंपनियां विश्व के सर्वश्रेष्ठ कंपनियों में गिनी जाती है क्योंकि समय से पहले ही कस्टमर की जरूरतों को समझ कर उसका उपाय दिया. यदि आप एक छोटे शहर के एक साधारण व्यापारी ही क्यों ना हो पर क्या आप अपने कस्टमर या अपने एंपलॉयर्स की भविष्य की जरूरतों के समझकर उस हिसाब से आज से ही अपने आप को तैयार करना शुरू कर सकते हो?